tag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post6581981409790348113..comments2023-08-28T00:41:36.544-07:00Comments on Speak Asia Fraud - Genuine: Speak Asia Meeting will be Fixed on 28 November 2011 - 21 November 2011Internet Informationhttp://www.blogger.com/profile/01968045024558228574noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-18372232407082519112011-11-28T21:27:17.673-08:002011-11-28T21:27:17.673-08:00i love speakasiani love speakasianAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-2585392720882920602011-11-28T10:48:44.693-08:002011-11-28T10:48:44.693-08:00ab akhone me se asoon ke badle me khoon nikal raha...ab akhone me se asoon ke badle me khoon nikal raha hai, SIR.<br /><br />DO SOME THING. Sir.Pannahttps://www.blogger.com/profile/10924984149851897859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-48420072392618239232011-11-28T02:42:08.760-08:002011-11-28T02:42:08.760-08:00mai toh naanga ho gya hu....
underwear k liye pais...mai toh naanga ho gya hu....<br />underwear k liye paise de do.....!!!rohithttps://www.blogger.com/profile/17924124202142033733noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-21494686745472621372011-11-23T01:19:30.233-08:002011-11-23T01:19:30.233-08:00Sabhi mile hue hey sirf tarikh pe tarikh milti rah...Sabhi mile hue hey sirf tarikh pe tarikh milti rahegi kabhi solve nahi hogi??Unknownhttps://www.blogger.com/profile/04185046504439474214noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-63706064478625438772011-11-21T04:58:12.460-08:002011-11-21T04:58:12.460-08:00go to hellgo to hellsandeephttps://www.blogger.com/profile/03117760842535113289noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-48617807000138520392011-11-21T01:01:09.625-08:002011-11-21T01:01:09.625-08:00ab kuch nhi o sakta
koi na koi chutti mar jata h...ab kuch nhi o sakta<br /><br /><br />koi na koi chutti mar jata hai . <br /><br />hum aas lagate rah jate hai <br /><br />fir ek new date milti hai aur fir wait <br /><br /><br />fir new date <br /><br /><br /><br />fir wait ............<br /><br /><br />aakir kab tak aise chalega..<br /><br /><br />ek bar kah hi do .....<br /><br /><br />hum kangal ho gaye hai aur paisa nhai de sakte.<br /><br /><br />kam se kam koi bahana to nahi rahega. <br /><br />i am totaly lost... ab wait nahi hota.<br /><br /><br />agar kisi ko aas hai to wo muzhe mail kare..<br /><br /><br />sandy9368@gmail.com<br /><br /><br />welcome to allsandeep kumarhttps://www.blogger.com/profile/00797510341468344208noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8808258549624934020.post-47100239034181147662011-11-20T21:47:14.771-08:002011-11-20T21:47:14.771-08:00स्पेअकसिया पे कोई भरोसा कोई करे या न करे ....स्पेअकसिया पे कोई भरोसा कोई करे या न करे ......<br />कंपनी अपना काम कर रही है .....<br />मैं समझ सकता हूँ की ऐसे हालात में किसी का भी भरोसा टूट सकता है ......<br />और वो तो और परेशानी में हैं .....<br />जिन्हे सहारा सिर्फ स्पेअकसिया का हे था ......<br />एक उम्मीद की किरण दिखाई दी थी स्पेअकसिया में की अब हम भी लखपति और क्रोरेपति बन सकते हैं ......<br />अचानक मीडिया में एक छोटी सी न्यूज़ चिनगारी बन के निकली और धीरे धीरे आज जंगल में आग की तरह हर जगह फैल गई .....<br />हमारे सपने टूटने लगे ..... फिर लगा की घर भी टूट रहा है .....<br />और धीरे से कहीं अन्दर हे अन्दर हम भी टूटने लगे ..... फिर हालात वो आ गए की .....<br />एक दूजे से भरोसा उठने लगा ..... frustrations ने क्या क्या नहीं बुलवा दिया इस जुबां से .....<br />आरोप लगने लगे ..... शक पैदा होने लगा .....<br /><br />इसी बीच स्पेअकसिया ने हर एक कोशिश की खुद को और अपने पनेलिस्ट्स को संभालने की .....<br />कानूनी लड़ाई लड़ी जाने लगी ..... यहाँ से फिर शुरू हुआ उमीदों का दौर की अब और अब आई ....<br />हम यह भूल गए की यह कानून है ..... जो दिल नहीं देखता .... गवाह और सबूत देखता है .....<br />हर तरफ से स्पेअकसिया के विरुद्ध वार होने लगे .....<br />पनेलिस्ट्स अभी डट कर खड़े थे .....<br />लेकिन कुछ कम होते दिखाई देने लगे ..... जो की गलत नहीं था .....<br />सबकी अपनी रेपोन्सिबिलितिएस भी होती हैं .....<br />सोल अपना दूसरा नुकसान होते देख रही थी ....<br />लेकिन चाहहते के भी कुछ नहीं कर सकती थी ....<br />क्यूंकि कानून ने हाथ बांध रखे थे .....<br />सबूत अभी आ रहे हैं .....<br />जांच चल रही है .... चार्ज लगाना बाकी है ...... अर्रेस्ट्स हुए ..... बेल हुई ..... फिर अर्रेस्ट्स हुए ..... फिर एक बेल हुई .....<br />सारी दुनिया मानो स्पेअकसिया को बंद करने पे तुल गयी थी .....<br />सब एक दुसरे को तसली देने लगे की सब ठीक होगा ......<br />दिन पे दिन बीतने लगे .... कुछ अच्छा सुनने की चाहत में ....<br />लेकिन कोई हल नहीं नहीं ... अब तक करीब करीब 50% कुछ और कोम्पेनिएस से भी जुड़ चुके थे ....<br />कुछ लीडर सामने रहे .... कुछ चले गए ....<br />कुछ ने सबको संभाला ...... कुछ उनको अपने साथ अपने काम पे लगाने ले गए ....<br />मैनेजमेंट कहीं दिखाई दे रहा था ......<br /><br />फिर दुनिया एक पहली बार एक अस्सोकिअतिओन बनी ...<br />जो आज तक किसी भी इस type की कंपनी की नहीं थी .....<br />ज़रा आसरा मिला .... सहारा दिखाई दिया ....<br />कंपनी की बातें ... पनेलिस्ट्स तक पहुँचने लगी ....<br />फिर कंपनी ने यह बताना बंद कर दिया की अब वो क्या करने वाली है .....<br />क्यूंकि जब भी बताया .... कुछ नहीं हुआ ..... हर वार उल्टा पड़ता था .......<br />अन्दर ही अन्दर कुछ हो रहा था ..... लेकिन हम सबसे दूर .....<br /><br />लेकिन अब यकीन मुश्किल था क्यूंकि वक़्त बहुत बीत चूका था .....<br />मुसीबत दिमाग से निकल के सामने आ के कड़ी होने लगी ....<br />सब डरने लगे .... मरने मारने की बात करने लगे .... अपने हे दुश्मन बन गए .....<br />किसी को अब हमारी बात पे भरोसा नहीं रहा .....<br /><br />लेकिन फिर भी कंपनी अपना काम करती रही .... पता है क्यूँ .....???<br /><br />क्यूंकि उसके बहाने की खबर अभी तक नहीं आई .....<br />जबकि कई और कोम्पेनिएस भाग चुकी हैं और ...<br />किसी को वहां से एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली आज तक .....<br />सोल ने अपने आपको पहली ऐसी कंपनी साबित किया जो अपने लिए और हमारे लिए आज भी लड़ रही है .....<br /><br />क्यूंकि स्पेअकसिया अभी तक भागी नहीं .... पता नहीं क्यूँ ....???<br /><br />Regards<br />एक सचा स्पेअक एशियनUnknownhttps://www.blogger.com/profile/00317840204816579172noreply@blogger.com