Saturday, 31 December 2011

MLM Companies Racket disclosed in Hindi

MLM की दुनिया से जुड़े मेरे तमाम भाइयों को यहाँ साल काफी शिक्षा पूर्ण रहा है क्योकि
MLM की समंदर में एक तूफ़ान आया और उस का नाम था स्पीक एशिया, इस तूफ़ान में ना जाने
कितनी MLM कम्पनीयों के इतिहास को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया. लेकिन इस के बाद 
ना जाने कितनी कम्पनियाँ कुक्कुर्मुत्ते की तरह उग आई और इनका एक ही काम था
''इन्वेस्टमेंट प्लान का लड्डू दिखाकर लोगों के पैसों को लूटना''


दोस्तों आज कुछ ऐसी कंपनियों की पोल-पट्टी आप सभी के सामने खुलने जा रही है,
इन सभी फ्रोड कंपनियों का सिस्टम आप सभी के सामने खुलने जा रहा है .
आप सभी जानते है नेटवर्क मार्केटिंग में ज्यादातर दो तरह के प्लान चलते है जो है :
१) प्रोडक्ट बेस - वर्किंग प्लान : प्रोडक्ट बेस में यानि की वर्किंग प्लान में किसी भी कम्पनी को अपने प्रो
डक्टस मार्केट में बेचने होते है जिसमे आप जीतनी  मेहनत करते है,
ज्यादा लोगों की टीम बनाते है, उतना ज्यादा पैसा आप कमा सकते है .
 कुछेक कम्पनीयां बड़ी इमानदारी से MLM के बिजनेस को चला रही थी जैसे RCM RMP ORIFLEM AMWEY
 
२) इन्वेस्टमेंट बेस  - नॉन वर्किंग प्लान : आपको करने को कुछ नहीं होता बस अपना पैसा लगाओ,या किसी और का पैसा लगवाओ और कुछ ना करते हुवे हर महीने या हर हफ्ते पैसे कमाओ .
 
बहुत  सारी कंपनियों को हिंदुस्तान में रजिस्टर्ड होते पाया और इनके बारे में जानकारी लेता रहा 
और नतीजा ये निकला के हर महीने जीतनी भी कम्पनियाँ MLM के क्षेत्र में आती  है उसमे
से 90% इन्वेस्टमेंट प्लान लेकर आती है और ज्यादा से ज्यादा तीन से चार महीने में
अपना ''बिस्तर गोल''कर जाती है ,लोग अपना पैसा लूटवाते है,फिर उस कम्पनी को कोसते है
और फिर कोई नयी कम्पनी में पैसा डालते है ....यही चक्र चलता है ...ऐसा क्यों हो रहा है ????

इस के दो कारण है :
पहला कारण हमारी सोच : हम सोचते है के बिना किसी मेहनत हम जल्द-से जल्द
ढेर सारा पैसा बना ले ,लाखो,करोड़ों रु बिना कोई काम किये कमा ले .
दूसरा कारण. यह जो कम्पनीयां आ रही है इन्होने हमारी मानसिकता को पूरी तरह STUDY
किया है और इन सभी की लोगों का पैसा लूटने की  MODUS OPERANDI बिलकुल एक जैसी ही है
और ये MODUS OPERANDI क्या है ??????

और खुलकर बताता हूँ....सबसे पहली बात अब तक जीतनी भी कम्पनियाँ इंडिया में आई है
इन में से अधिकतर को ''एक ग्रुप'' चला रहा है ,MD के लिए परदे पर कोई और होता है
और परदे के पीछे सिर्फ ''एक ग्रुप'' काम कर रहा है . जिसमे  सिर्फ और सिर्फ सात से आठ लोग है

अगर आप इन सभी कंपनियों के सोफ्ट वेअर देखें तो सभी एक ही तरह के डीजाईंन किये हुवे मिलेंगे
और थोड़ी ''तहकीकात'' आप करेंगे तो सभी के ''सर्वर''भी आपको एक ही जगह पर देखने मिल सकते है ,और थोडा अन्दर तक झाखानेपर इन सभी के सोफ्ट वेअर  एक ही सोफ्ट वेअर कम्पनी ने बनाकर दिए  है
दोस्तों क्या यह एक संजोग मात्र हो सकता है??? बिलकूल नहीं

थोडा गहरे उतरेंगे हम तो देखेंगे के ये सभी कम्पनियाँ मलेशिया,हांगकांग,अमेरिका,साऊथ अफ्रीका,
यहाँ से आई हूवी है ऐसा हमें  बताया जाता है .
इनके रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट को इन के लीगल डोक्युमेन्ट्स में हमें दिखाया  जाता है ..
क्या हम कभी चेक करते है, ,मलेशिया,हांगकांग,अमेरिका की वेब साईट पर?????
नहीं करते है इस लिए '''इन के जाल में फसते है"""
यह कैसे होता है??????? 
मलेशिया,हांगकांग,अमेरिका की कोई भी कम्पनी का रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट
कॉपी करके ''फोटो शॉप सोफ्ट्वेअर'' द्वारा ये अपनी कम्पनी का नाम लगा देते है
ताकि इनके लीगल डोक्युमेन्ट्स देखकर हम भ्रमित हो सके.
 
Our Advertisers ( This
Area You can Advertise Also )


Paid Surveys



Fraud Companies


Ram
Survey Fraud


Delhi Detectives


web designer in delhi


medical transcription from home

Wedding Planner


Water Level Controller

Delhi Stationery Suppliers

Office
Stationery


HP Cartridges Delhi

Delhi
Astrologers

Seo Company
India

Stationery
Shops

Stationery
Suppliers in Gurgaon

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home